रविवार, 14 सितंबर 2014

आँखिमे रहिगेल काँचहि नोर

कनिया मनिया झींगा'क झोर
नीक बेजाए, सब ल'गेल चोर
दिन अन्हरायल, बहिर इजोर
पूत परदेसहि आ गाम इन्होर
आँखिमे रहिगेल काँचहि नोर

कनिया मनिया झींगा'क झोर
अनीन रातु'क, ई झाँपल भोर
घर नञ बाहर ओलती'क कोर
फाटल अछि, कुसियार'क पोर
आँखिमे रहिगेल काँचहि नोर

कनिया मनिया झींगा'क झोर
कन्ना खिज्जी, हरदम मुहजोर
मुइल पोखरिमे उठय हिलोर
कनिया कारी बर अछि गोर
आँखिमे रहिगेल काँचहि नोर

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