प्रिय! टटका फूल बिछ लाउ किछ
बजा रहल जे मिथिला मे भिनसार
बाइस फूल स नहिं होछि सिंगार
मुदा बिछब, तोड़ब नै क होहकार
प्रथम पुष्प पर धरती क अधिकार
फागुन में, फगुआ चढ़ल चिनबार
प्रिय टटका फूल बिछ लाउ किछ
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प्रथम पुष्प पर धरती क अधिकार
शनिवार, 4 फ़रवरी 2017
आह! कि अद्भुत!
आह! कि अद्भुत!
➖ ➖ ➖
माए क दूध संग
नेनपनहि स
पढ़ाओल गेल छलैन
एक टा पाठ ➖
''बांग्लार जल आर बांग्लार फल''
अपन माए संग ओ आएल छला
बंगाली स्वजन मिथिला में
मिथिला में, मिथिला माने
हुनकर मंसूबे, सीता क नैहर
जाइत काल दुनू गोटे
कहैत जाय गेला
➖ कि अद्भुत मिथिला क पानि!
कोना नञ नीक लगैत!
नीक लागल बहुतहि!
ताञ कहै छी ➖
आह कि अद्भुत
मिथिला क पानि!
पानि माने!
कर जोरि विनैम कहै छी
पानि माने त
अहां बुझिते छिऐ बिधाता!
बस आह
कि अद्भुत मिथिला क पानि!
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